मेवाड़ का सिसोदिया वंश in Hindi:-Hello Everyone, जैसा की आप सभी जानते हैं कि हम यहाँ आप सभी के लिए wikimeinpedia.com हर दिन बेस्ट से बेस्ट स्टडी मटेरियल शेयर करते हैं. जिससे की आप की परीक्षा की तैयारी में कोई समस्या न हो. तो इसीलिए आज हम आप सभी के लिए इस मेवाड़ का सिसोदिया वंश के माध्यम से कुछ नया और महत्वपूर्ण लाने का प्रयास कर रहा हूँ | जो आप सभी के आगामी परीक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगी | दोस्तों आप सभी की जानकारी के लिए मैं बता दू की आज मैं जो मेवाड़ का सिसोदिया वंश in Hindi तक पंहुचा रहा हूँ, वो मेवाड़ का सिसोदिया वंश के बारे में हैं | दोस्तों अगर आप विभिन्न exam की तैयारी कर रहे हैं जैसे -UPSC,CGL, MTS,CHSL, SBI, IBPS, AIRFORCE, and Other Banking Exams etc तो आप इस जानकारी को बिना समय गवाए एक बार ध्यान से पढ़ ले, क्यों की यहाँ से आपकी आगामी परीक्षा में अवश्य प्रश्न पूछे जाते हैं |
मेवाड़ का सिसोदिया वंश या गेहलोत या सिसोदिया एक राजपूत राजवंश है, जिसका राजस्थान के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। यह सूर्यवंशी क्षत्रिय थे। सिसोदिया राजवंश में कई वीर शासक हुए हैं।गुहिल या गहलोत या गुहिलपुत्र शब्द का अपभ्रष्ट रूप है। कुछ विद्वान उन्हें मूलत सूर्यवंशी क्षत्रिय कहते हैं जिसकी पुष्टि पृथ्वीराज विजय काव्य से होती है। मेवाड़ के दक्षिणी-पश्चिमी भाग से उनके सबसे प्राचीन अभिलेख मिले है। अत: वहीं से मेवाड़ के अन्य भागों में उनकी विस्तार हुआ होगा।

मेवाड़ का सिसोदिया वंश
जरुर पढ़े…
- लोदी वंश का इतिहास बहलोल लोदी से इब्राहिम लोदी(1451-1526 ई.) Lodi Dynasty in Hindi
- पानीपत की लड़ाई – Panipat War For IAS,UPSC,CGL,
- इस्लाम धर्म का इतिहास और महत्वपूर्ण तथ्य हिंदी में
- सम-सामयिक घटना चक्र आधुनिक भारत का इतिहास
- सम-सामयिक घटना चक्र अतिरिक्तांक GS प्वाइंटर प्राचीन, मध्यकालीन भारत का इतिहास
- सम-सामयिक घटना चक्र GS प्वाइंटर सामान्य भूगोल PDF Download
- सम-सामयिक घटना चक्र (GS Pointer) भारतीय राजव्यवस्था एवं शासन PDF
- English as Compulsory language
- सम-सामयिक घटना चक्र अतिरिक्तांक GS प्वाइंटर सामान्य विज्ञान
- UPTET CTET Sanskrit Notes Hindi PDF: यूपीटेट सीटेट संस्कृत नोट्स
- विश्व की प्रमुख जलसंधि – Major Straits of the World – Complete list
- IAS Notes in Hindi Free Pdf Download-wikimeinpedia
- मौद्रिक नीति Monetary policy का अर्थ, परिभाषा, उद्देश्य एवं उपकरण
मेवाड़ का सिसोदिया वंश | Sisodia Dynasty History in Hindi
अलाउदीन खिलजी Alauddin Khilji ने चित्तोड़ पर घेराबंदी कर गहलोत वंश Gahlot Dynasty के अंतिम शाषक रतन सिंह प्रथम को मारकर चित्तोड़ Chittor पर कब्ज़ा कर लिया |सिसोदिया वंश के राणा लक्षा Rana Laksha अपने 10 पुत्रो के साथ चित्तोड़ Chittor की रक्षा में एकजुट हो गये | सरदारों ने निश्चय कर लिया था कि शाही वंश को बचाने का सही समय है | राणा लक्षा Rana Laksha के दो पुत्र अरी सिंह और अजय सिंह थे | अरी सिंह प्रथम के एक पुत्र हम्मीर सिंह प्रथम Hammir Singh I था जिसे उसके चाचा अजय सिंह सुरक्षा की दृष्टि से केलवाडा ले गये | मेवाड़ को हराने के बाद अलाउदीन खिलजी ने राणा लक्षा और उसके पुत्र अरी सिंह प्रथम को मार दिया |
अब लोगो ने अजय सिंह के नेतृत्व में एकत्रित होना शुरू कर दिया जिन्होंने 1320 में अपनी मृत्यु तक गोरिल्ला पद्धति से दुश्मन पर हमला किया था | सरदारों ने अब हम्मीर सिंह प्रथम Hammir Singh I को सिसोदिया वंश Sisodiya Clan का वारिस घोषित कर दिया और उसे मेवाड़ का उत्तराधिकारी बना दिया | उन्होंने जालोर के मालदेव की पुत्री से विवाह किया जो दिल्ली सुल्तान के लिए चित्तोड़ Chittor पर शाषित थे | हम्मीर सिंह Hammir Singh I ने अपने ससुर को उखाड़ फेंखा और अपनी मातृभूमि पर फिर से कब्ज़ा कर लिया |
हम्मीर सिंह Hammir Singh I मेवाड़ के महाराणा Maharana की उपाधि पाने वाले पहले शाषक थे | महाराणा खेता Maharana Kheta ने अजमेर और मांडलगढ़ को मेवाड़ में मिला लिया | महाराणा लाखा Maharana Lakha ने दिल्ली द्वारा छीने गये दुसरे प्रदेशो को भी फिर से मेवाड़ में मिलाया था और रणभूमि में मारे गये | 1433 में मेवाड़ Mewar पर मारवाड़ ने हमला कर दिया और इस बात का फायदा उठाकर 46वे महाराणा मोकाल सिंह को उसके ही चाचाओ ने मार दिया | महाराणा मोकाल Mahrana Mokal की मुत्यु के समय उनके पुत्र राणा कुम्भा Rana Kumbha की आयु मात्र 13 वर्ष थी लेकिन एक इतिहास के महत्वपूर्ण मोड़ ने उसे मेवाड Mewar के इतिहास का सबसे कम उम्र का महाराणा Maharana बना दिया |
दिल्ली के सुल्तान के लगातार आक्रमणों के बावजूद राणा कुम्भा Rana Kumbha ने हार नही मानी और मेवाड़ को बाहरी आक्रमणों से बचाए रखा | उनकी विजयी पताका को उन्होने चित्तोड़गढ़ Chittorgadh में 9 मंजिला और 37 मीटर उचे विजय स्तम्भ को बनाकर दर्शाया | जब राणा कुम्भा एकलिंग जी में शिव की आराधना कर रहे थे तब राणा कुम्भा Rana Kumbha को उनके ही पुत्र उदय सिंह प्रथम Udai Singh I ने मार दिया और खुद सिंहासन पर बैठ गया |उदय सिंह प्रथम Udai Singh I एक क्रूर शाषक था जिसे बाद में उसके भाई रायमल ने मार दिया और 1473 में रायमल सिंहासन पर बैठ गया |रायमल ने एकलिंग जी के मंदिर की मरम्मत करवाई |
राजा रायमल Maharana Raimal के पुत्र राणा सांगा Rana Sanga और अन्य पुत्रो के बीच मतभेद हो गया और राणा सांगा Rana Sanga चित्तोड़ छोडकर चले गये | आंतरिक तनाव के चलते राजा रायमल के अन्य पुत्रो पृथ्वीराज और जयमल को मार दिया गया | ऐसे कठिन समय पर रायमल को जानकारी हुयी की राणा सांगा Rana Sanga जीवित है और छिप रहा है | राणा रायमल ने राणा सांगा Rana Sanga को बुलावा भेजा और उन्हें सिंहासन का उत्तराधिकारी बनाकर मर गये | राणा सांगा Rana Sanga ने 1527 में खानवा के युद्ध में बाबर को हराया था |
राणा सांगा Rana Sanga के बाद रतन सिंह द्वितीय Ratan Singh II महाराणा बने जो 1531 में युद्द में मारे गये जिनके स्थान पर उनके भाई विक्रमादित्य सिंह में मेवाड़ की गद्दी संभाली | विक्रमादित्य सिंह के सिंहासन पर बैठने के 6 वर्ष बाद मृत्यु हो गयी और उनके छोटे भाई महाराणा उदय सिंह द्वितीय Maharana Udai Singh II ने मेवाड़ Mewar की बागडोर संभाली | उदय सिंह द्वितीय Maharana Udai Singh II ने उदयपुर Udaipur की स्थापना की और उनके 22 पत्निया , 56 पुत्र और 22 पुत्रिया थी | उदय सिंह द्वितीय Maharana Udai Singh II की 1572 में मृत्यु हो गयी और महाराणा प्रताप Maharana Pratap ने मेवाड Mewar की गद्दी संभाली | महाराणा प्रताप Maharana Pratap ने अकबर से युद्ध करते हुए चित्तोड़ Chittor को खो दिया और मेवाड़ Mewar की राजधानी उदयपुर Udaipur प्रस्तावित कर दी|
महाराणा प्रताप Maharana Pratap की मृत्यु के बाद उनके पुत्र अमर सिंह प्रथम Amar Singh I ने जहांगीर के साथ कई युद्ध लड़े| अमर सिंह ने देवार के युद्ध में वीरता दिखाते हुए मुगल सेनापति सुल्तान खान को मार गिराया | मुगलों के साथ लगातार युद्ध करते हुए उनके काफी गाँव और मंदिर नष्ट हो गये | शाहजहा ने मेवाड़ के कई औरतो और बच्चो को अगुआ कर लिया और उन्हें मारने की धमकी दी | अंततः अमर सिंह Amar Singh I को मुगलों से संधि करनी पडी जिसकी कई शर्तो को अमर सिंह को मानना पड़ा |
1620 में अमर सिंह Amar Singh Iकी मृत्यु के बाद उनके जयेष्ट पुत्र करण सिंह द्वितीय Karan Singh II ने राजपाट संभाला | करण सिंह द्वितीय Karan Singh II के बाद जगत सिंह प्रथम Jagat singh I महाराणा बने और उसके बाद के महाराणाओ और उनके शाषनकाल को सूची में बताया गया है | उदयपुर प्रदेश Udaipur City के अंतिम शाषक महाराणा भगवंत सिंह Maharana Bhagwant Singh थे | महाराणा भगवंत सिंह Maharana Bhagwant Singh के पुत्र महाराणा अरविन्द सिंह मेवाड़ Maharana Arvind Singh Mewar स्वंतंत्र भारत के प्रथम महाराणा बने |
सिसोदिया वंश के शाशकों की सूची | Sisodia Dynasty Rulers List in Hindi
Reign | Ruler Name | Mewar Capital |
1326-1364 | Maharana Hamir Singh I | महाराणा हम्मीर सिंह प्रथम | Chittor |
1364-1382 | Maharana Kheta | महाराणा खेता | Chittor |
1382-1421 | Maharana Lakha | महाराणा लाखा | Chittor |
1421-1433 | Maharana Mokal | महाराणा मोखाल | Chittor |
1433-1468 | Maharana Kumbha | महाराणा कुम्भा | Chittor |
1468-1473 | Maharana Udai Singh I | महाराणा उदय सिंह प्रथम | Chittor |
1473-1509 | Maharana Rai Mal | महाराणा रायमल | Chittor |
1509-1528 | Maharana Sangram Singh I Rana Sanga | राणा सांगा | Chittor |
1528-1531 | Maharana Ratan Singh II | महाराणा रतन सिंह द्वितीय | Chittor |
1531-1537 | Maharana Vikramaditya Singh | महाराणा विक्रमादित्य सिंह | Chittor |
1537-1540 | Maharana Banbir Singh | महाराणा बनबीरसिंह | Chittor |
1540-1568 | Maharana Udai Singh II | महाराणा उदय सिंह द्वितीय | Chittor |
1568-1572 | Maharana Udai Singh II | महाराणा उदय सिंह द्वितीय | Udaipur |
1572-1597 | Maharana Pratap Singh I | महाराणा प्रताप | Udaipur |
1597-1620 | Maharana Amar Singh I | महाराणा अमर सिंह | Udaipur |
1620-1628 | Maharana Karan Singh II |महाराणा करन सिंह द्वितीय | Udaipur |
1628-1652 | Maharana Jagat Singh I | महाराणा जगत सिंह | Udaipur |
1652-1680 | Maharana Raj Singh I | महाराणा राज सिंह | Udaipur |
1680-1698 | Maharana Jai Singh | महाराणा जय सिंह | Udaipur |
1698-1710 | Maharana Amar Singh II | महाराणा अमर सिंह द्वितीय | Udaipur |
1710-1734 | Maharana Sangram Singh II | महाराणा संग्राम सिंह द्वितीय | Udaipur |
1734-1751 | Maharana Jagat Singh II | महाराणा जगत सिंह द्वितीय | Udaipur |
1751-1754 | Maharana Pratap Singh II | महाराणा प्रताप सिंह द्वितीय | Udaipur |
1754-1761 | Maharana Raj Singh II | महाराणा राज सिंह द्वितीय | Udaipur |
1761-1773 | Maharana Ari Singh II | महाराणा अरी सिंह द्वितीय | Udaipur |
1773-1778 | Maharana Hamir Singh II | महाराणा हमीर सिंह द्वितीय | Udaipur |
1778-1828 | Maharana Bhim Singh | महाराणा भीम सिंह | Udaipur |
1828-1838 | Maharana Jawan Singh | महाराणा जवान सिंह | Udaipur |
1838-1842 | Maharana Sardar Singh | महाराणा सरदार सिंह | Udaipur |
1842-1861 | Maharana Swarup Singh | महाराणा स्वरूप सिंह | Udaipur |
1861-1874 | Maharana Shambhu Singh | महाराणा शम्भु सिंह | Udaipur |
1874-1884 | Maharana Sajjan Singh | महाराणा सज्जन सिंह | Udaipur |
1884-1930 | Maharana Fateh Singh | महाराणा फतेह सिंह | Udaipur |
1930-1956 | Maharana Bhupal Singh | महाराणा भूपाल सिंह | Udaipur |
1956-1984 | Maharana Bhagwat Singh | महाराणा भगवंत सिंह | Udaipur |
1984-Present | Maharana Arvind Singh Mewar | महाराणा अरविन्द सिंह मेवाड़ | Udaipur |
दोस्तों अगर आपको किसी भी प्रकार का सवाल है या ebook की आपको आवश्यकता है तो आप निचे comment कर सकते है. आपको किसी परीक्षा की जानकारी चाहिए या किसी भी प्रकार का हेल्प चाहिए तो आप comment कर सकते है. हमारा post अगर आपको पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ share करे और उनकी सहायता करे.
You May Also Like This
- भारत निर्वाचनआयोग : जनरल नॉलेज – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- 200 सामान्य ज्ञान प्रश्न उत्तर के साथ सभी प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए
- रक्त कणिकाएं Blood Corpuscles Notes in hindi-wikimeinpedia
- भारतीय वायुसेना दिवस ( महत्वपूर्ण तथ्य ) Indian Air Force Day ( Important Facts )
- भारत की प्रमुख फसल उत्पादक राज्य – Major Crops and Leading Producers
- Biology GK Questions Answers In Hindi-wikimeinpedia
- Important Temples in India | भारत में महत्वपूर्ण मंदिरों सूची
- Insurance GK Questions Answers सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए
- भारतीय सेना का सामान्य ज्ञान प्रश्न सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए
- Indian Polity GK Questions-भारतीय राज्यव्यवस्था सामान्य ज्ञान
- महत्वपूर्ण नोट्स GK 50 Notes in Hindi for Competitive Exams
- मध्यकालीन भारत का इतिहास PDF में डाउनलोड करें प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए
- History of Modern India Handwritten Notes in Hindi by Raj Holkar
- चन्द्रगुप्त मौर्य का इतिहास व जीवनी Chandragupta Maurya History in Hindi
- भारत का आर्थिक इतिहास(Economic History of India)सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में
- UPSC Prelims Previous Years Question Paper PDF (GS+CSAT)
अगर आप इसको शेयर करना चाहते हैं |आप इसे Facebook, WhatsApp पर शेयर कर सकते हैं | दोस्तों आपको हम 100 % सिलेक्शन की जानकारी प्रतिदिन देते रहेंगे | और नौकरी से जुड़ी विभिन्न परीक्षाओं की नोट्स प्रोवाइड कराते रहेंगे |
Disclaimer: wikimeinpedia.com केवल शिक्षा के उद्देश्य और शिक्षा क्षेत्र के लिए बनाई गयी है ,तथा इस पर Books/Notes/PDF/and All Material का मालिक नही है, न ही बनाया न ही स्कैन किया है |हम सिर्फ Internet पर पहले से उपलब्ध Link और Material provide करते है| यदि किसी भी तरह यह कानून का उल्लंघन करता है या कोई समस्या है तो Please हमे Mail करे.
Leave a Comment